तबलीगी जमात के कोरोना संदिग्धों की बदसलूकी

आज स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में अब तक कुल कोरोना संक्रमित 2902 लोग पाए गए हैं, इनमें से 68 लोगों की मौत और 183 लोग ठीक हुए हैं। पिछले 24 घंटों में 601 नए मामले आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा है कि देश में आए कुल मामलों में से 1023 केस यानी 30 फीसदी तबलीगी जमात से जुड़े हुए हैं।  
गौरतलब है कि शुरुआत से ही तबलीगी जमात के कोरोना संदिग्ध स्वास्थ्यकर्मियों और प्रशासन का सहयोग करने की बजाय उनसे बदसलूकी कर रहे हैं। स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिस के ऊपर थूकने और आइसोलेशन सेंटर में जानबूझकर हंगामा खड़ा करके उनको परेशान किया जा रहा है। कुछ जमाती ऐसे भी हैं जो, नर्सिंग स्टाफ के सामने अधनंगी हालत में घूमना, अश्लील गानों को गाने जैसी अश्लील हरकतें कर रहे हैं। मामले की गंभीरता को समझते हुए चिकित्सा अधिकारीयों ने पुलिस के पास लिखित में शिकायत भेज दी है।


यह हमारे लिए कितने शर्म की बात है कि हम अगर सहयोग नहीं कर सकते तो कम से कम ऐसी हरकतें तो न करे जिससे पूरे समाज को शर्मिंदगी उठानी पड़े।
रामचरितमानस के सुंदर काण्ड में एक चौपाई है:

सचिव बैद गुर तीनि जौं प्रिय बोलहिं भय आस
राज धर्म तन तीनि कर होइ बेगिहीं नास॥


अर्थात: मंत्री (Minister), वैद्य (Doctor) और गुरु (Teacher)- ये तीन यदि भय या लाभ की आशा से (हित की बात न कहकर) प्रिय बोलते हैं तो (क्रमशः) राज्य, शरीर और धर्म- इन तीन का शीघ्र ही नाश हो जाता है।
लेकिन यहां कि स्तिथि विपरीत है यहां प्रशासन और चिकत्सक पूरा सहयोग कर रहे परन्तु मरीज़ अपनी ही सपनों की दुनिया में मगन हैं। अरे! भाई वह अपने लिए कुछ नहीं कर रहे अपितु अपनी जान को ख़तरे में डाल कर तुम जैसे लापरवाह लोगों की जान बचाने का प्रयास कर रहे हैं। जिस उद्देश्य हेतु मरकज में आप लोग गए थे अर्थात् इस्लाम की शिक्षाओं का प्रचार प्रसार करने के लिए उसमें आपका सहयोग कर रहे हैं। क्योंकि अगर जिंदगी रहेगी तो इस्लाम का प्रचार कर पाओगे ना।

अपना और अपनों का ख़्याल रखें। धन्यवाद्!

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