काबू कर खुद को
सहने की आदत डाल
हो सके तो झुकना सीख
लोगों से घुलना सीख
ज़ोर से बोलेगी
तो लोग क्या सोचेंगे
घर से ज्यादा निकलेगी
तो चार लोग बोलेंगे
खुद को समझा
चुप रहने की आदत डाल
समझती है ना तू
खुद की ख्वाहिशों को ताला मार
आदत डाल
तू बस आदत डाल
लड़की है तू
बातें बन जाएंगी
लड़का होती तो
अरे हां लड़का होती तो क्या
लडका होती तो
कोई कुछ नहीं कहता
क्यों कुछ नहीं कहता
क्या वो इंसान नहीं
या मैं इंसान नहीं
क्या वो गलती नहीं कर सकता
या सिर्फ मैं ही गलती करती हूं
क्यों मैं ही आदत डालू
क्यों मैं ही समझू
नहीं तू समझ
तू लड़की है
तू बस आदत डाल
~दृष्टि
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